भारत में भाषा और बोली की विभिन्नताएं हैं। यहां प्रांत-प्रांत का असर पड़ता है और अलग-अलग प्रांत अलग-अलग राज्य में अलग-अलग भाषाएं बोली जाती हैं। वैसे हिंदी भारत में प्रमुखता से बोली जाती है।लेकिन कुछ राज्यों में स्थानीय बोली भी लोग बोलते हैं।
वैसे देखा जाए तो बिहार से लेकर उत्तर प्रदेश के कई जगहों पर लोग भोजपुरी बोलते हैं और भोजपुरी इंडस्ट्रीज में भी भोजपुरी पर कई फिल्में बनती रहती हैं। भोजपुरी लोग पसंद करते हैं, नेपाल और मॉरीशस जैसे देशों में भी बड़ी संख्या में लोग भोजपुरी बोलते हैं। वैसे तो यह बड़ा आश्चर्य वाली बात है कि लोग भोजपूरी को अच्छा नहीं मानते हैं।
लेकिन इसी से जुड़ा सोशल मीडिया पर एक फोटो खूब वायरल हो रहा है, जिसमें एक स्कूल में भोजपुरी का इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगाया गया है। वायरल हो रहे फोटो में आप देख सकते हैं कि स्कूल परिसर के बोर्ड का कागज पर लिखी हुई एक सूचना लगी हुए हैं।
जिसमें लिखा है विद्यालय परिसर में भोजपुरी भाषा का प्रयोग वर्जित है यह तस्वीर कहां की है और किस स्कूल में इस तरह के आदेश हैं। इस बारे में कोई ठोस जानकारी तो नहीं मिली है। लेकिन इस तस्वीर को IASअधिकारी अवनीश शरण ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है और कैप्शन में लिखा है, किसी भी भाषा का प्रयोग वर्जित कैसे हो सकता है?
तस्वीर के वायरल होते ही लोग गुस्से में आ गए हैं और अवनीश शरण से संबंधित स्कूल के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। यूजर ने लिखा है- आप तो कहीं भी कार्रवाई कर सकते हैं सर बस सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु कलम चलानी होगी।
भोजपुरी से प्रेम करने वाले एक यूजर ने कमेंट लिखा है- ‘भैया जी, इन मूर्खों को यह नहीं मालूम है कि दुनिया की सबसे मीठी भाषा भोजपुरी ही है, जिसे बंद करने का मतलब है हमारे संस्कृति पर कुठाराघात करना।
एक यूजर ने लिखा- यह incredible India का परिणाम है। इतनी हिम्मत कैसे आती है? विद्यालय प्रशासन में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक वीडियो ट्वीट किया और बताया कि दूरदर्शन उत्तर प्रदेश पर भोजपुरी में 1 घंटे का एक कार्यक्रम दिखाया जाएगा। इसके बावजूद देश के किसी स्कूल में अगर भोजपुरी के बोलने पर रोक लगाया जाए तो यह बेहद ही शर्मनाक है।