सावन के महीने को ध्यान में रखते हुए जिला अधिकारियों ने की सप्ताहिक छुट्टी में कुछ फेरबदल। आइए जानते हैं वह फेरबदल क्या है?
जैसे ही हम सभी जानते हैं कि कोरोनावायरस के दौरान जब अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की थी। उसमें शनिवार और रविवार को सप्ताहिक बंदी घोषित किया जाता है। इस बंदी के दौरान अगर कोई भी दुकानदार अपनी दुकान में नजर आता है तो उसका चालान काट दिया जाए गा। यह साप्ताहिक बंदी हमारे स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए कि गई थी।
आइए जानते हैं कि आखिर सप्ताहिक छुट्टियों में क्या फेर बदल किए गए है? जिला अधिकारी ने शनिवार की साप्ताहिक बंदी को हटा दिया है। इस दिन दुकानदार अपनी दुकानों को सप्ताहिक दिनों की तरफ खोल सकते है। रविवार की सप्ताहिक बंदी को उसी तरह सामान रखा गया है। उस दिन अभी कोई दुकान नहीं खोली जा सकती।
सावन के महीने में सोमवार का अपना ही एक महत्व है, लेकिन इस दिन कोई भी सप्ताहिक बन्दी नहीं है। जो दुकानदार सावन के सोमवार के दिन अपना दुकान शुरू से बंद करते आए हैं। वह इस बार भी बंद रखेंगे। यह निर्णय जिला पुलिस एवं व्यापारी मंडल की सहमति से लिया गया है। ताकि इससे पुलिस और व्यापारियों को किसी प्रकार की परेशानी ना उठानी पड़े।
दुकानों के साथ-साथ गंगा नदी में नाव के संचालक पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। फिलहाल तो गंगा में नाव का संचालन सप्ताहिक रूप से है। डीएम ने बताया कि गंगा में बाढ़ ध्यान में रखते हुए जल्द ही नाव का संचालन भी रोक दिया जाएगा। इसके लिए स्थानीय थानों पर निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने इलाके की संपूर्ण जानकारी दें।
यह सिर्फ प्रशासन की नहीं है बल्कि हमारी भी जिम्मेदारी है कि हम अपने साथ-साथ अपने आसपास के लोगों के जीवन का ध्यान रखें और अनलॉक के नियमों का पालन करें।