आपको बता दें कि चीन की हरकतें अन्य देशों के लिए हमेशा चिंता और खतरे का कारण बनी रहती है। एक बार फिर चीन ने अमेरिका को चिंता में डाल दिया है। आइए जानते हैं कि आखिर अब चीन ऐसा क्या कर रहा है, जिसकी वजह से अमेरिका जैसा विकसित देश भी चिंता में पड़ गया।
पेंटागन और रिपब्लिक कांग्रेसियों ने 27 जुलाई, 2021 को चीन के परमाणु बलों के निर्माण के मामले पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए यह कहा है कि, बीजिंग 110 नये मिसाइल साइलोज़ का निर्माण कर रहा है।
वही अमेरिकन फेडरेशन ऑफ साइंटिस्ट्स की एक रिपोर्ट में यह कहा गया है कि, उपग्रह चित्रों से उन्हें यह पता चला है कि, चीन अपने झिंजियांग क्षेत्र के पूर्वी हिस्से में हामी के पास परमाणु मिसाइल साइलोज़ का एक नया क्षेत्र बना रहा है।
ए.एफ.एस. की रिपोर्ट के मुताबिक, हामी साइट पर निर्माण कार्य मार्च, 2021 में शुरू हुआ था और यह तीव्र गति से चल है। ए.एफ.एस. द्वारा प्राप्त उपग्रह चित्रों के अनुसार, हामी निर्माण स्थल पर कम से कम 14 गुंबद संरचनाएं दिखाई दे रही हैं।
आप को बता दे कि वर्ष 2020 में चीन के पास कम से कम 200 परमाणु हथियार थे। लेकिन पेंटागन की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह माना जा रहा है कि चीन ने इसे दोगुना कर लिया होगा क्योंकि चीन लगातार अपनी सेना और नई तकनीकों का विस्तार कर रहा है।
अमेरिका की चिंता, चीन के इस विस्तार को देखकर बढ़ती जा रही है क्योंकि ए.एफ.एस. के अनुसार ये परमाणु मिसाइल साइलोज़ बीजिंग के शस्त्रागार में न्यूक्लियर-टिप्ड इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल्स को जोड़ देंगे, जो ए. एफ.एस. के अनुसार अब बढ़कर 250 हो जाएगा। जो पूरे यूएस (आईसीबीएम) फोर्स के आधे से अधिक आकार का है।
आपको पता है कि जुलाई माह के शुरुआत में चीन की हरकतों पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए अमेरिका ने कहा थी कि चीन अब दशकों से चली आ रही परमाणु रणनीति से विचलित हो रहा है। चीन का हथियारों के प्रति होड़ देखते हुए अमेरिका ने चीन को व्यवहारिक उपायों के लिए उसके साथ जुड़ने का निमंत्रण दिया है।
वहीं चीन ने अपने शस्त्रागार को संयुक्त राष्ट्र अमेरिका और रूस के मुकाबले में बहुत ही छोटा कहां है और समानता व सम्मान के आधार पर रणनीतिक सुरक्षा के लिए आपसी वार्ता को सहमति दी है।