आखिर क्यों व्यक्ति लंबे समय तक ना बोले तो वह गूंगा हो जाता है?

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सवाल
स्टेशन पर ट्रैन को रोकने के बाद भी उसके इंजन को बंद क्यों नहीं किया जाता ?
जवाब
डीजल इंजन को स्टार्ट रखना लोको पायलट यानी कि ट्रेन के ड्राइवर के लिए एक मजबूरी का काम होता है। इसका कारण है ट्रेन में उपयोग होने वाले डीजल ट्रेन के डीजल इंजन का निर्माण कुछ, इस प्रकार होता है कि थोड़ी देर के लिए बंद करना संभव नहीं हो पाता है।

इसका सबसे बड़ा कारण ट्रेन के डीजल इंजन के जटिल संरचना यह इतनी ज्यादा जटिल होती है कि ट्रेन को रोके जाने के बाद भी इसे बंद नहीं किया जा सकता। इसीलिए ट्रेन के ड्राइवर को प्रिपरेशन पलट ट्रेन को रोकते हैं। इंजन का ब्रेक प्रेशर उसके काबू में तो रहता नहीं है। ट्रेन के इंजन को हर स्टेशन पर पूरी तरह से बंद कर दे तो फिर ट्रेन को ब्रेक प्रेशर बनाने में समय लगेगा। इसीलिए ट्रेन को पूरी तरीके से बंद नहीं किया जाता है।

सवाल
यदि आप एक वर्ष तक लगातार कुछ भी न बोलें तो क्या होगा ?
जवाब
कई लोग केवल एक्सपेरिमेंट के लिए कुछ दिनों तक ना बोलने का प्रयास करते हैं। वैज्ञानिक के अनुसार बोलने के लिए हमारी बॉडी को लोकल काॅडर्स होते हैं। जिनकी सहायता से हम बोल पाते हैं। यदि हम कुछ दिनों के निरंतर कुछ ना बोले तो यह वोकल काॅडर्स श्रिंक हो जाएंगे। इस कारण यह पहले की तरह बिल्कुल भी काम नहीं करेंगे।

यदि व्यक्ति निरंतर 1 सालों तक ना बोले तो इतना श्रिंक हो जाएगा कि वह व्यक्ति लगभग एक गूंगे व्यक्ति के स्तर तक चला जाएगा और वह जब बोलना शुरू करेगा, तो धीरे-धीरे वह पहले की तरह बोल सके। क्योंकि वह पहले बोल पाता था इसीलिए यह रिवर्सेबल है।

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